केंद्रीय बजट 2025 में बिहार के परिवहन क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक घोषणाएं की गई हैं। राज्य को 8 वंदे भारत ट्रेनें, 2 अमृत भारत ट्रेनें, 10 नई नियमित ट्रेनें, और 400 इलेक्ट्रिक बसें मिलने की घोषणा हुई है। यह सौगात बिहार की कनेक्टिविटी, अर्थव्यवस्था और पर्यावरण संरक्षण को नई दिशा देगी।
वंदे भारत ट्रेनें देश की सबसे तेज और आधुनिक ट्रेनों में शुमार हैं, जो यात्रियों को आरामदायक सफर और कम समय में गंतव्य तक पहुंचाएंगी। वहीं, अमृत भारत ट्रेनें ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच सस्ती और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करेंगी। इसके अलावा, 400 इलेक्ट्रिक बसों से प्रदूषण कम होगा और हरित परिवहन को बढ़ावा मिलेगा।
इन परियोजनाओं के लिए बिहार को 10,066 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जो पिछले वर्षों की तुलना में 9 गुना अधिक है। इससे राज्य में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर, स्टेशनों का आधुनिकीकरण और नई रेल लाइनों का निर्माण तेजी से होगा।
बजट 2025 में बिहार के लिए ट्रेनों का विवरण
परियोजना | विवरण |
वंदे भारत ट्रेनें | 8 नई ट्रेनें, जो पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और गया को प्रमुख शहरों से जोड़ेंगी। |
अमृत भारत ट्रेनें | 2 नई ट्रेनें, जो ग्रामीण इलाकों को शहरी केंद्रों से जोड़ेंगी। |
नियमित ट्रेनें | 10 नई ट्रेनें, जिनमें पटना-दिल्ली, मुजफ्फरपुर-अहमदाबाद जैसे रूट शामिल हैं। |
इलेक्ट्रिक बसें | 400 ई-बसें, जो पटना, गया और भागलपुर में चलेंगी। |
बजट आवंटन | 10,066 करोड़ रुपये (रेलवे विकास के लिए)। |
विद्युतीकरण | बिहार के 100% रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण पूरा। |
स्टेशनों का आधुनिकीकरण | 98 स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत अपग्रेड किया जाएगा। |
वंदे भारत ट्रेनें: बिहार की रफ्तार बदलने वाली सौगात
बिहार को मिलने वाली 8 वंदे भारत ट्रेनें यात्रियों के लिए गेम-चेंजर साबित होंगी। ये ट्रेनें 130-160 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेंगी और निम्न रूट्स पर परिचालित होंगी:
- पटना-नई दिल्ली
- दरभंगा-मुंबई
- मुजफ्फरपुर-अहमदाबाद
- भागलपुर-बेंगलुरु
मुख्य विशेषताएं:
- वातानुकूलित कोच और एर्गोनोमिक सीटें।
- बायो-टॉयलेट और वाई-फाई सुविधा।
- सुरक्षा के लिए कवच तकनीक और ऑटोमेटेड दरवाजे।
अमृत भारत ट्रेनें: गांवों को शहरों से जोड़ने वाली लाइफलाइन
अमृत भारत ट्रेनें गरीब और मध्यम वर्ग के यात्रियों के लिए डिज़ाइन की गई हैं। बिहार को मिलने वाली 2 नई ट्रेनें इन रूट्स पर चलेंगी:
- दरभंगा-पटना (दैनिक)
- सहरसा-रांची (साप्ताहिक)
खास बातें:
- स्लीपर कोच और जनरल डिब्बे।
- टिकट की कीमत सामान्य ट्रेनों से 20% कम।
- महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग कोच।
10 नई नियमित ट्रेनें: कनेक्टिविटी का विस्तार
बजट 2025 में बिहार को मिली 10 नियमित ट्रेनें राज्य के दूरस्थ इलाकों को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ेंगी। इनमें शामिल हैं:
- गया-हावड़ा स्पेशल
- सीतामढ़ी-चेन्नई एक्सप्रेस
- मोतिहारी-जयपुर एक्सप्रेस
लाभ:
- छोटे शहरों के यात्रियों को बड़े शहरों तक सीधी पहुंच।
- पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा।
400 इलेक्ट्रिक बसें: स्वच्छ परिवहन की ओर कदम
बिहार की सड़कों पर 400 नई ई-बसें चलाने का लक्ष्य है। ये बसें पटना, गया और भागलपुर में चलेंगी।
फायदे:
- डीजल बसों की तुलना में 40% कम प्रदूषण।
- यात्रियों को एसी और नॉन-एसी विकल्प।
- सरकार को प्रति बस 15 लाख रुपये की सब्सिडी।
बजट 2025 का बिहार पर प्रभाव
- रोजगार: रेलवे और ई-बस परियोजनाओं से 50,000 नई नौकरियां बनेंगी।
- आर्थिक विकास: बेहतर कनेक्टिविटी से कृषि और उद्योगों को बढ़ावा।
- पर्यावरण: इलेक्ट्रिक बसें और विद्युतीकरण से कार्बन उत्सर्जन में कमी।
चुनौतियां और समाधान
- इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी: नई ट्रेनों के लिए पटरियों और सिग्नल सिस्टम का अपग्रेडेशन जरूरी।
- सुरक्षा: ट्रेनों में सीसीटीवी और जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम लगाना।
- जनता की जागरूकता: ऑनलाइन टिकटिंग और यात्रा सुविधाओं के बारे में लोगों को शिक्षित करना।
निष्कर्ष
बजट 2025 में बिहार के लिए घोषित 10 नई ट्रेनें, वंदे भारत-अमृत भारत की गति और 400 इलेक्ट्रिक बसें राज्य के परिवहन तंत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगी। ये परियोजनाएं यात्रियों को सुविधा, समय की बचत और सस्ती कनेक्टिविटी देने के साथ ही रोजगार, पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक विकास को गति देंगी। हालांकि, इनके सफल क्रियान्वयन के लिए बुनियादी ढांचे के विस्तार और जनता की सक्रिय भागीदारी जरूरी है। अगर सभी घोषणाएं समय पर लागू होती हैं, तो बिहार देश के आधुनिक रेल नेटवर्क का एक प्रमुख केंद्र बन सकता है।
Disclaimer : यह लेख बजट 2025 में की गई घोषणाओं और सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित है। कुछ परियोजनाएं अभी प्रस्तावित स्टेज में हैं और इनके क्रियान्वयन में समय लग सकता है। ट्रेनों के सटीक रूट, समय सारिणी और सुविधाओं की जानकारी के लिए भारतीय रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन नंबर 139 से संपर्क करें।